जो लोग हुसैन पे मातम करते हैं अज़ादारी करते हैं उनकी खिदमत करना भी बड़ी नेकी है । इसी को देखते हुए हमारे पड़ोसी दावर साहब बनारस से आते हैं ...
जो लोग हुसैन पे मातम करते हैं अज़ादारी करते हैं उनकी खिदमत करना भी बड़ी नेकी है । इसी को देखते हुए हमारे पड़ोसी दावर साहब बनारस से आते हैं और अजादारों को बेहतरीन चाय पिलाते जिस से सभी की सारी थकान उतर जाती है।
यह काम उनका घराना कई नस्लों से 9 मुहर्रम के जुलूस में करता चला आया है ।
इस बार जुलूस तो नही था लेकिन मज़लिस बाद चाय ज़रूर मिली ।
अज़ादारी पानदरीबा जौनपुर